दो असंगत लोग
एक लाचार कंधा
एक बेपरवाह सर.
दो मिथ्या तर्क
एक स्त्री की श्रेष्ठता
एक पुरुष की पूर्णता.
दो वर्जनाएं
एक विधवा की हंसी
एक प्रेमी का विलाप.
दो उपलब्धियां
एक बिना नींद का बिस्तर
एक बिना प्रेम का सिंदूर.
दो अनुपस्थितियां
एक कविता में भाव
एक मर्सिया का प्रभाव.
दो सलीके
एक भूखे पेट की नैतिकता
एक द्रोही का प्रश्न.
दो झूठे सच
एक बची हुई स्त्रियां
एक सदानीरा नदियां.
दो अबूझी पहेलियां
एक पुरुष का मौन
एक समय के पार कौन.
दो आलिंगन
एक जिसमें असीम प्रेम हो
दूसरा जिसमें प्रेम ही न हो.
दो विरह
एक पतंग से डोर
एक रात अमावस का भोर.
दो संदेशे
एक प्रेयसी का
एक प्रेयसी के लिए.
...और ब्रह्मांड के दो रहस्य
पहली पौरुषहीन स्त्री
दूसरा स्त्रीत्व विहीन पुरुष.