मेरी कविताएँ मेरी प्रार्थना

 


मेरी कविताएँ

छोटी-छोटी चिट्ठियाँ हैं

कभी सुबह के नाम

कभी अँधेरों के नाम

कभी दर्द-ख़ुशी के नाम

...और सभी ईश्वर के नाम

तुम इनमें से चुन लेना

मेरी प्रार्थना का समवेत स्वर

जो बस तुम्हारे लिए है.

5 टिप्‍पणियां:

पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा ने कहा…

शानदार, भावप्रवण।
आदरणीया रोली जी, हमेशा की तरह शालीन व जीवन्त । ।।। कुछ शब्दों में संसार।।।।।।

आलोक सिन्हा ने कहा…

सुंदर भावाभिव्यक्ति

Roli Abhilasha ने कहा…

आभार आपका!

Roli Abhilasha ने कहा…

आभार!

Swapan priya ने कहा…

Behad Khubsurat💞💞👏👏

मेरी पहली पुस्तक

http://www.bookbazooka.com/book-store/badalte-rishto-ka-samikaran-by-roli-abhilasha.php