तुम साधारण हो वह जेनुइन

 


वह मेकअप नहीं लगाती

बाल सँवारती भी है

तो कामचलाऊ

उसे देखना है

तो तुम्हें अपनी आँखों को

करना होगा एडजस्ट

उसके लेवल तक

क्योंकि वो एडिट नहीं करती.

तुम सब भी तो नहीं

ला पाये ख़ुद को टाॅप पर

तुम ब्यूटीफुल हो

और वह ‘जेनुइन’

तुम सब एक जैसे हो

और वह ‘यूनीक’


1 टिप्पणी:

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर

मेरी पहली पुस्तक

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