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यादें

बस यादें रह जाएंगी
जब भी देखोगे प्रोफ़ाइल मेरी
एक सिहरन तुम्हें छूकर
गुज़र जाएगी
अभी वक़्त है, मिल लो
ख़बर ले लो मेरी
हाल अपना भी दो.
....
....
....अगर नहीं चाहते हो
उस खंडहर के पीछे
नीम की घनी छांव में बैठी मिलूं.

6 टिप्‍पणियां:

  1. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

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  2. अभी वक़्त है, मिल लो
    ख़बर ले लो मेरी
    हाल अपना भी दो....
    आपकी रचनाओं का मैं हमेशा से मैं कायल रहा हूँ । इस रचना में स॔जीदगी का बेहतरीन एहसास है। आपकी रचनात्मकता को नमन है रोली जी।

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  3. कृपया मेरे कमेंट्स को सीधे publish होने की अनुमति भी दें।
    वैसे, इन्सान मैं ठीक-ठाक ही हूँ ।😊

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    1. माननीय क्षमा कीजिएगा अब ऐसा नहीं होगा 🙏

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