•मेरी कविताएँ
तुम्हारे लिए लिखी गयी
मेरी चिट्ठियाँ हैं
पायी जायेंगी
युगों से कल्पों तक
बनी रहेंगी
मिटती सभ्यताओं में भी
सुरक्षित रहेंगी
बम, मिसाइल से
नहीं पकड़ पायेगा इन्हें
ड्रोन और रडार
लिखती हूँ
हर हिचकी पर एक कविता
मेरी स्याही का रंग
उसी तासीर का है
हमें जोड़े रखने वाला नेटवर्क
एक हिचकी
जाने कौन-कौन
पढ़ रहा होगा
भविष्य में प्रेम अपना
जाने कितनी तीव्रता का
विस्फोट हो
जब आम किया जाये
अपने प्रेम का
टाइम कैप्सूल
बस तुम यूँ ही रहना
मेरे सैटेलाइट में
जब चाहूँ तुम्हें देख सकूँ