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प्रार्थनायें

मेरी प्रार्थनाओं में
कभी नहीं आये
मंदिर-मस्जिद,
गिरजाघर-गुरुद्वारे
बल्कि इन स्थानों पर
पनपी हैं याचनायें
मुझे प्रार्थनाएं आयीं
वहाँ-वहाँ
जहाँ-जहाँ
लिखा मैंने
कोई प्रेम गीत
तुम्हारे साथ
तुम्हारे लिए

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