योग के बहाने



 पहिला योग

जादू की झप्पी

दुसरा योग है

लिप ऑन लिप

तिसरा योग

छुवमछुवाई

एक नारियल

टू टू सिप

चौथा योग

बिरवा के नीचे

बदन कर रहे

घिस घिस

पंचम योग है

राहु काल में

अम्मा की

फ्लाइंग चप्पल

छठो योग

पिता का

निशाना रह्ये

सबते अव्वल

सप्तम योग

इसक है रोग

ज्ञान की दाढ़ी

चेहरा लागी

मन को भाये

लौकी, मूँग दाल का भोग


#योगदिवस 

4 टिप्‍पणियां:

आलोक सिन्हा ने कहा…

सुंदर

Abhilasha ने कहा…

बहुत ही सुन्दर सार्थक रचना

Rupa Singh ने कहा…

वाह जी...

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना

मेरी पहली पुस्तक

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